वानी

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कैप्टन ज्योति पांडेय

                          ब्लैक बेंगल्स चेप्टर 1

                          
                            कैप्टन ज्योति पांडे

हैलो दोस्तो उमीद है आपसब अच्छे होंगे... इस कहानी मे बहुत से कैरेक्टर हैं जो जैसे जैसे आप कहानी पढ़ेंगे आपको पता चलता जायेगा...... तो थोड़ा सा सब्र रखियेगा आपको कहानी कैसी लग रही है ये बताना मत भूलियेगा.... चलिए शुरू करते हैं.... 

कहते हैं कहानी तब शुरू होती है जब दो लोग मिलते हैं लेकिन ये "मिले ही थे बिछड़ने के लिए" .... 

एक लड़की जो आग मे जल रही थी....उसके सामने ही एक लड़का घुटने के बल बैठा चीखते हुए कह रहा था "माफ कर दो मुझे, मेरे गुनाहों की इतनी बड़ी सज़ा मत दो मुझे"
" मे बेगुनाह हु यहाँ माफ कर दो मुझे"
 वो लड़की आग मे जलते हुए कहती है "इससे छोटी सज़ा क्या होगी मै तुम्हे कभी माफ नही करूँगी, कभी नही"
वो लड़का फिर कहता है "गुनाह मेरे थे तो सज़ा भी तो मेरी ही होगी, मुझे सज़ा दो खुद को नही "

वो लड़की केहती है "इससे छोटी सज़ा तुम्हारे लिए हो ही नही सकती"

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"सालों पहले* 

"दिल्ली (आर्मी हेडक्वार्टर) "

"मीटिंग रूम"

एक 65-70 साल का आदमी जिसने फॉर्मल ड्रेस पहनी थी जिसके चेहरे पर कोई भाव नही थे वो अपने सामने बैठे शक्स से पूछता है "मिस्टर करियपा आपको नही लगता आपकी ऑफिसर् लेट हैं"
मिस्टर करियप्पा इज़्ज़त के साथ कहते हैं "सर वो बस आती ही होगी" (ये हैं के एम करियप्पा इंडियन आर्मी के जनरल 60-65 की उमर आज भी एक्टिव और चेहरे पर किसी जवान जैसा नूर) 

(फॉर्मल ड्रेस मे बैठे आदमी कोई और नही नेशनल सेक्यूरिटी एडवाइजर बिक्रम सिंघ हैं दिखने मे ठीक ठाक पर्सनेलिटी छोटी हाइट हर वक़्त चेहरे पर एक मुस्कान खेलती रहती है लेकिन दिमाग मे क्या चल रहा है कोई अंदाज़ा ना लगा सके) 

उस मीटिंग रूम मे सारे ऑफिसर्स बैठे थे जिनमे कैप्टन आर्या मिश्रा, कैप्टन अरमान सिंघ शेखावत , लेफ्टिनेंट मिताली राज , लेफ्टिनेंट काव्या जैन... और भी कई बड़े ऑफिसर्स बैठे थे... बिकरम सिंघ गुस्से मे कहते हैं "अगर पाँच मिनट मे आपकी ऑफिसर् नही आई तो ये मीटिंग यही खतम कर दी जायेगी"
विक्रम सिंह जैसे ही अपनी बात पूरी करते हैं वैसे ही मीटिंग रूम का दरवाजा खुलता है और उस दरवाजे से एक लड़की अंदर आती है जिसने आर्मी यूनिफॉर्म पहनी थी उम्र 25,हाइट 5'4 की रंग गोरा बालों का जूड़ा बनाकर नेट लगाया हुआ था और ऊपर आर्मी कैप! आंखें ग्रे कलर की लड़की अंदर आते ही सेल्यूट करते हुए कहती हैं "जय हिंद सर" 
विक्रम सिंह कहते हैं "जय हिंद कैप्टन"...फिर थोड़े सख्त लहजे में कहते हैं 
"आप जानती हैं आप लेट है और कितनी लेट है"
वह लड़की अपने हाथ पीछे बांधते हुए कहती है "मैं पूरे 20 मिनट 15 सेकंड लेट हूं! और मेरी इस गलती की जो भी सजा होगी मुझे मंजूर होगी"
विक्रम सिंह के एम करिअप्पा को देखते हुए कहते हैं "यह है आपकी काबिल कैप्टन ज्योति पांडे"....मिस्टर करिअप्पा रिस्पेक्ट के साथ कहते हैं "जी हां सर"

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"पाकिस्तान कराची"

कराची एक खूबसूरत शहर है इस शहर में एक बहुत खूबसूरत बंगला है......उस बंगले के एक कमरे से किसी लड़की की चिल्लाने की आवाज आ रही थी "प्लीज मुझे जाने दो! मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है! मैं शादीशुदा हूं मेरा एक बच्चा है...प्लीज मुझे जाने दो"

वही एक आदमी जिसकी उम्र करीब 28 साल की होगी और वो उस लड़की के साथ जबरदस्ती करते हुए कहता है 
"यह बात तेरे पति को मुझसे उलझने से पहले सोचनी चाहिए थी! वह ,खुद तो मर गया....लेकिन तुझे मेरे लिए छोड़ गया" ( यह है देवांश उम्र 28 साल रंग गोरा तीखे नैन नक्ष 6'2 की हाइट नीली आंखें दिखने में हैंडसम लेकिन काम सारे गलत करता है) देवांश उस लड़की के साथ जबरदस्ती किया जा रहा था वह लड़की उस से छूटने की बहुत कोशिश करती है लेकिन छुट नहीं पाती है तभी कोई उस कमरे का दरवाजा बजाता है 

वह आदमी लगातार दरवाजा बजाए जा रहा था....जिससे देवांश इरिटेट हो जाता और गुस्से में कहता है "कौन है जिसे अपनी जान प्यारी नहीं है".....तभी बाहर से आवाज आती है "मिस्टर देवांश हमारे 4 आदमी मारे गए"......इतना सुनते ही देवांश उस लड़की को छोड़कर कपड़े पहनते हुए बाहर निकल जाता है 

और बाहर खड़े हुए शख्स का कॉलर पकड़ते हुए कहता है "आखिर कौन है वह जिसके बारे में तुम पता नहीं लगा पा रहे हो?...आखिर कौन है".
वह आदमी अपना सर झुका लेता है और कहता है....."उस लड़की को किसी ने नहीं देखा....और जिसने देखा है वह जिंदा नहीं बचा है कहां से आती है कहां जाती है?....किसी को नहीं मालूम...किसी को पता है तो बस इतना कि उसका नाम ब्लैक बैंगल्स है"
देवांश उस आदमी का कॉलर छोड़ देता है और अपने सीक्रेट रूम मे जाते हुए कहता है "इसे ठिकाने लगा दो"... 

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"दिल्ली"

"आर्मी हेड क्वार्टर"

विक्रम सिंह ज्योति को घूरते हुए कहते हैं "बहुत सुना है तुम्हारे बारे में!.....अपने 3 साल के करियर में और सिर्फ 25 साल की उम्र में काफी नाम कमाया है तुमने....तुम्हें क्यों लगता है की तुम दुनिया के सबसे बड़े क्रिमिनल देवांश को पकड़ सकती हो"

ज्योति उस मीटिंग रूम में बैठे हर इंसान को एक बार देखती है फिर कहती है "क्योंकि दुनिया के सबसे बड़े क्रिमिनल देवांश से रिलेटेड सबसे ज्यादा इंफॉर्मेशन मेरे पास है....उतनी इंफॉर्मेशन अभी तक किसी के पास नहीं.....उसकी ताकत और उसकी कमजोरी मैं सब जानती हूं"....विक्रम सिंह ज्योति को एक बार ध्यान से देखते हैं फिर कहते हैं
"तुम जानती हो यह मिशन तुम्हारे लिए तुम्हारी जिंदगी का आखिरी मिशन भी हो सकता है....और सबसे बड़ी बात.....तुम एक लड़की हो......और अगर तुम देवांश के बारे में सबसे ज्यादा जानती हो...तो तुम्हें यह भी पता होगा कि वह तुम्हारे साथ क्या कर सकता है"

ज्योति विक्रम सिंह से नजरें मिलाते हुए कहती हैं "पहली बात यह वर्दी पहनने के बाद मैं सिर्फ एक सोल्जर हूं!....लड़का या लड़की नहीं....और किसी भी सोल्जर की जिंदगी का पता किसी को नहीं होता .....एक सोल्जर का कौन सा समय ,या कौन सा दिन आखिरी होगा यह बात वह खुद नहीं जानता"...

"हमें आर्मी जॉइन करते वक्त यही सिखाया जाता है".....
विक्रम सिंह फिर कहते हैं "तो तुम्हें लगता है कि तुम इस मिशन को अंजाम दे सकती हो......उस मिशन को जिसे आज तक कोई अंजाम नहीं दे पाया......इस रूम में तुम्हारे अलावा और भी दो फीमेल ऑफिसर है.......तो हम तुम्हें ही क्यों चुने"
ज्योति एक बार उन दोनों फीमेल ऑफिसर को देखती है फिर कहती है

"इसमें कोई शक नहीं है की मिताली राज और काव्या जैन एक बहुत काबिल ऑफिसर है.....लेकिन लेफ्टिनेंट मिताली राज की एक 2 साल की बेटी है!.......जैसा कि आपने कहा यह मिशन एक सोल्जर का आखरी मिशन भी हो सकता है!.....तो अगर मिताली राज को कुछ हो जाता है...तो उनकी बेटी नहीं रह पाएगी और काव्या जैन की अभी-अभी शादी हुई है!....तो मैं उनकी जिंदगी भी खतरे में नहीं डालना चाहूंगी.....और रही बात मेरी! 

 "मेरे पीछे ऐसी कोई जिम्मेदारी नहीं है....अगर मुझे कुछ हो भी जाता है! ...तो मेरे माता पिता को बहुत दुख होगा...लेकिन वहां मेरी कमी पूरी की जा सकती है!....लेकिन लेफ्टिनेंट मिताली राज और लेफ्टिनेंट काव्या जैन की कमी उनके परिवार में कोई भी पूरी नहीं कर सकता है.....तो मेरी बस आपसे यही रिक्वेस्ट है!....कि मुझे इस मिशन को पूरा करने की परमिशन दी जाए"

विक्रम सिंह उसे देखते हुए कहते हैं "तुम मीटिंग को सीरियसली नहीं लेती हो और तुम यहां 20 मिनट लेट हो.....तो हम तुम पर कैसे भरोसा कर सकते हैं? कि तुम इस मिशन को पूरी ईमानदारी के साथ पूरा करोगी....और कोई लापरवाही नहीं करोगी" 

ज्योति हल्का सा मुस्कुरा देती है फिर केहती है "मै जिंदगी मे कोई भी काम बेवजह नही करती हु.....जल्दी आने की भी वजह होती है और लेट आने की भी".... 

विक्रम सिंह फिर कहते हैं "ठीक है तो सबसे पहले ,तुम अपना प्लेन और आईडिया हमे बताओ....उसके बाद हम डिसाइड करेंगे की हमे आगे क्या कदम उठाना है"

ज्योति अपने हाथ पीछे बांधते हुए केहती है "सोर्री सर बट मै अपना प्लेन किसि से भी डिस्कस्स नही कर सकती इट्स सीक्रेट".... 

विक्रम सिंह ज्योति को गौर से देखते हुए कहते हैं "तुम जानती हो मुझे मना करने का अंजाम....मै तुम्हे इस मिशन पर जाने से रोक भी सकता हु"

ज्योति आत्मविश्वास के साथ केहती है "मै बेशक जानती हु आप मुझे इस मिशन पर जाने से रोक सकते हैं.... लेकिन फिर भी मै आपके साथ अपने प्लेन शेयर नहीं कर सकती हूं....लेकिन मैं आपसे देवांश की सारी इंफॉर्मेशन शेयर कर सकती हूं"

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"कराची में"

देवांश अपने सीक्रेट रूम में आता है और वहां रखी टेबल को गुस्से में पलटते हुए कहता है "आखिर कौन हो तुम?.....पिछले 2 साल से मैं तुम्हें ढूंढ रहा हूं.....लेकिन तुम मेरे लिए बस एक मिस्ट्री बन कर रह गई हो"
देवांश गुस्से में शीशे में अपना अक्स देखते हुए कहता है "तुम अभी मुझे जानती नहीं हो!....और जिस दिन मेरे हाथ लग गई!.....उस दिन मैं तुम्हारे साथ क्या करूंगा तुम सोच भी नहीं सकती....बहुत शौक है ना खेलने का! तो एक खेल मैं तुम्हारे साथ खेलूंगा" और पागलों की तरह हंसने लगता उसकी हंसी इस वक्त बहुत डरावनी लग रही थी... 

मेरी मोहब्बत का वो
एहसास आखरी था

मेरे दर्द का वो
दौर आखरी था

तेरी मेरी मुलाकात का वो
वक़्त आखरी था
#secre

आग में जलती हुई लड़की कौन है? और वह शख्स कौन है जो चिल्ला रहा है? क्या करने वाली है ज्योति? क्या करने वाला है देवांश?क्या ज्योति को ये मिशन मिलेगा? 
जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी कहानी ब्लैक बैंगल्स

मिलते हैं अगले चैप्टर मैं तब तक के लिए

..... बाय बाय फ्रेंड्स...... 





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11 Comments

Arti khamborkar

19-Dec-2024 04:05 PM

v nice

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KALPANA SINHA

11-Aug-2023 10:49 AM

Fantastic start mam

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madhura

10-Aug-2023 02:55 PM

Beautiful Start

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